दोस्तों, दिवाली हिन्दू का सबसे बड़ा त्यौहार है और इस त्यौहार को भारत मे और कुछ बाहर के देशो मे भी मनाते है । दीवाली, जिसे हम दीपावली के नाम से भी जानते है, भारत का सबसे बड़ा और लोकप्रिय त्योहार है। दिवाली और सेहत आपस मे बड़े विरोधी शब्द है । यह त्योहार अंधकार पर प्रकाश की, बुराई पर अच्छाई की और अज्ञान पर ज्ञान की जीत का प्रतीक माना जाता है । यह त्योहार न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से भी बड़ा ही महत्वपूर्ण है। इस दिन लोग घरों में दीये जलाए जाते हैं, रंगोली बनाई जाती है, और आतिशबाजी करते है । साथ ही लोग नए कपड़े पहनते हैं, अपने घरों को सजाते हैं, और मिठाइयाँ बाटते है । इसी बीच दिवाली और सेहत दोनों का ध्यान रख कर खूब enjoy करें ।
दिवाली और सेहत
वैसे तो दिवाली, दिल वाली है और यह सभी के लिए खुशियों से भरा त्यौहार है । सच कहूँ तो इसे सेहत से जोड़ना बिलकुल अच्छा नहीं लगता पर दिल दिवाली के लिए, और दिमाग सेहत के लिए रखते है और बात करते है की इस दिवाली को और भी खुशनुमा कैसे बना सकते है जिससे हम अपनी और दूसरों की सेहत का ख्याल भी रख पाएँ और खुशियाँ भी बाँट पाएँ । दिवाली के कारण कुछ चीजों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है ।
दिवाली और मिठाइयाँ
दीवाली पर हर जगह सिर्फ मिठाई ही मिठाई मिलती है चाहे वो घर हो, ऑफिस हो, पड़ोस हो या फिर कही बाहर ही क्यों ना हो । हर कोने में लोग एकजुट होकर इस पर्व को मनाते हैं। लोग एक-दूसरे को मिठाइयां बांटते हैं और मुह मीठा कराते है । जिस सेहत के लिए हम कई महीनो से मीठे का त्याग करके बैठे होते है, वो आज के दिन अपनी इच्छा से, दिवाली के नाम पर या दूसरे के कहने पर या किसी भी कारण से हम मीठे को मना नहीं कर पाते है और दिवाली पर ना चाहते हुए भी मीठे को खाना पड़ता है । तो आप किस तरह से दिवाली पर ज्यादा कलौरी खाने से बच सकते है ।
दीवाली के इस त्योहार पर आप मिठाइयों और स्नैक्स का आनंद लेते हुए भी अपनी सेहत का पूरा ख्याल रख सकते हैं। संयमित भोजन, नियमित शारीरिक गतिविधि, और मानसिक शांति बनाए रखते हुए इस खास मौके को सेहतमंद तरीके से मनाएं। नीचे हमने सेहत को ध्यानमे रखते हुए कुछ स्नैक्स और मिठाइयों की रेसिपी भी बताई है जो की बहुत ही सिंपल है और बनाने मे बहुत ही आसान है साथ ही यह सेहत के लिए भी बहुत कम नुकसान दायक है ।
तो आइये बात करते है की किन तरीको से आप इस दिवाली को बेहतर बना सकते हो ।

घर की मिठाइयाँ
कोशिश करे की सिर्फ घर की बनी मिठाइयाँ ही खाये और दूसरों को भी खिलाएँ ।जो लोग आपसे दिवाली के मौके पर मिलने आते है वो आपके नजदीकी और प्रिय लोग है । आप कभी नहीं चाहेंगे की आप उनकी सेहत को नुकसान पहुंचाहे । अगर आप इतनी मेहनत नहीं कर सकते या घर पर ये सब बनाना बहुत ही मुश्किल है, तो अपने किसी पड़ोसी, रिश्तेदार या उन respected ladies जो घर से ही cooking करती है,आप उनसे बनवा सकते है । इससे आप बिना मिलावट वाली मिठाइयाँ खा पाएंगे और मिठाइयों को अपने सेहत के हिसाब से बनवा भी पाएंगे । साथ ही साथ जो आपके लिए मिठाइयाँ बनाता है उनके लिए आपकी तरफ से कुछ financial मदद भी हो पाएगी जिससे उनकी भी दिवाली अच्छी मनेगी ।
मिठाइयों मे मिलावट से बचने का तरीका
त्यौहारों पर मिठाई की बहुत डिमांड रहती है । इस कमी को पूरा करने के लिए बहुत से दुकानदार इसमे मिलावट करते है। इससे सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है । चाहे आप दुकान पर कितना ही भरोसा करते हो, पर वह दुकानदार भी इतनी मिठाइयों की आपूर्ति नहीं कर पाता है । वह भी मिठाई बनाने के लिए मावा और दूध जैसी चिजे बाहर से खरीदता है जिसकी गुणवत्ता को वो भी certified नहीं कर सकता है । मिठाइयों मे मिलावट की खबरे अक्सर देखने को मिल जाया करती है खासकर त्यौहारों के समय मे । आप जो मिठाइया पड़ोस या किसी पास वाले से बनवाते है उनमें मिलावट की संभावना उतनी ही कम रहती है । बाहर से मिठाइयाँ खरीदते समय ध्यान दे की मावा वाली मिठाइयों मे मिलावट की संभावनाएं बहुत ज्यादा रहती है इसलिए बिना मावे वाली मिठाइयों का चुनाव करे ।
किसी के घर जाने पर ।
दीवाली का समय आपसी मेलजोल का समय है । लोग परिवार के साथ एक दूसरे के घर जाते है और बधाइयाँ देते है । यह मेलजोल लगभग एक हफ्ते तक चलता है । इस समय लोग दूसरों को मिठाई भेट करते है और घर पर आने वालों को मिठाइयाँ ओर snacks खिलाते है । आप जब दूसरों के यहाँ जाते है तो ये उपाय अपना सकते है जिससे दिवाली और सेहत दोनों के मजे ले पाएंगे, नहीं तो आप फैट को भी बढ़ाएँगे और वजन को भी ।
- अगर table पर dry fruits हो तो मिठाई की जगह dry fruits को preference दे ।
- आप उनसे विनती करे की आज already बहुत मीठा हो गया है और अब और नहीं खा सकते । और उन्हे समझाने की कोशिश करे ।
- अगर फिर भी वो आपसे request करे तो ज्यादा मना ना करे और कोशिश करे की मिठाई का चुनाव सोच समझ कर करें । हमेशा कम मीठे वाली, बिना deep fried वाली या घर की बनी मिठाइयों का चुनाव करें ।
- मिठाई या snack के पूरे टुकड़े की जगह आधा या उससे भी कम तोड़ कर ले ।
- अगर चाय या कॉफी ले रहे हो तो बिना चीनी के ले । बाकी मीठा तो मिठाई से ही मिल जाएगा ।

किसी के घर आने पर
दीवाली के दौरान जिस प्रकार आप दूसरों के घरों पर मिलने जाते है उसी प्रकार लोग आपके घर पर मिलने भी आते है । कोशिश करे जो आप खुद के लिए चाहते है वही आप दूसरों के लिए भी करे । आप उन्हे सभी छीजे offer जरूर करे परंतु खाने के लिए जबर्दस्ती ना करे । उन्हे अच्छा और healthy snacks offer करे । दिवाली पर मीठा खा खा कर सभी का मन भर जाता है और इस मौके पर अगर आप कुछ healthy चटपटे snacks दे पाये तो आने वाले मेहमान बहुत खुश होंगे । जैसे की दहीबड़ा, पानीपूरी, जूस, जलजीरा, अलग अलग तरह के सलाद और कुछ इसी तरह की खाने की dish।
खाने मे पहले से ही नियंत्रण करे
दीवाली सिर्फ एक दिन का त्योहार नहीं है ये तो लंबा चलने वाला त्यौहार है और कई त्यौहार इसी केवल एक दिन का नहीं बल्कि कई दिनों का त्योहार होता है, इसमे भाई दूज, धनतेरस,नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पुजा, कई त्यौहार शामिल है । इसीलिए आपको पहले से ही अपने शरीर पर ध्यान देना है और पहले से ही खाने मे कलौरी को सीमित मात्र मे कम कर देना चाहिए । अपने आप को हमेशा hydrate रखे और ज्यादा से ज्यादा पानी पीते रहे ।
सबसे जरूरी बात यह है कि दीवाली का आनंद उठाने के साथ साथ अपनी सेहत का भी ख्याल रखें। भोजन के प्रति सचेत रहें, लेकिन इसे त्यागे नहीं बल्कि सही मात्रा और सही भोजन का सेवन करे । अपने खाने को कम करे और पानी पीते रहे । चयन करें। त्योहारों का मतलब है खुशियां बांटना, लेकिन यह आपकी और दूसरों की सेहत की कीमत पर नहीं होना चाहिए।
दिवाली और आगजनी
दीवाली, जिसे ‘प्रकाश का त्योहार’ कहा जाता है। यह त्योहार रोशनी, खुशी और उल्लास से भरा होता है, लेकिन इसके साथ-साथ आगजनी की घटनाएँ भी अक्सर होती रहती है । दीवाली के दौरान पटाखों और दीयों की वजह से आगजनी की घटनाए अक्सर होती है । इसलिए, दीवाली का आनंद सुरक्षित तरीके से लेने के लिए सुरक्षा उपायों को अपनाना बहुत जरूरी है। इसके लिए नीचे दी गयी बातों पर ध्यान दे ।
क्या ना करे
- असावधानी से पटाखे जलाने से इन पटाखो के किसी के घर मे जाने से घर मे अक्सर आग लग जाती है । इसलिए इस प्रकार के पटाखे खासकर, रॉकेट, और हवा मे फटने वाले पटाखे को ध्यान से चलाये । इन्हे चलाने से पहले इनको जमीन पर सही तरीके से fix कर ले ।
- बड़ी आवाज वाले पटाखे जलाते समय उचित दूरी का प्रयोग करे और बच्चो को अकेले ना चलाने दे ।
- दीयों और मोमबत्तियों को गलत जगह जलाने से अक्सर कपड़ो, पर्दो, कागज या ज्वलनशील चीजों मे आग लग जाने का खतरा हमेशा बना रहता है इसलिए जहां पर भी दिया या मोमबत्ती जलाए वहाँ से सभी प्रकार की आग लाग्ने वाली चीजों को दूर करदे ।
- सिंथेटिक और सिल्क के कपड़े ना पहने और कोट्टन, cotton के कपड़े पहने और पटाखे जलाते समय पटाखों के साथ सावधानी से रहे । बच्चो का खास तौर पर ध्यान रखे ।
- दिवाली पर कपड़े बाहर या छत पर ना सुखाएँ ।
क्या करे
- घर के बाहर हमेशा पानी की एक बाल्टी मग के साथ रखे चाहे तो इसे थोड़ा दूर रखे पर रखे जरूर । मुसीबत मे ये ही सबसे पहले काम आएगा । बिजली की आग लाग्ने पर हमेशा पावर को off करदे और पानी का इस्तेमाल ना करे ।
- जले हुए पटाखे अक्सर कुछ समय तक गरम रहते है उनसे खुद को और बच्चो को दूर रखे । साथ ही उन्हे सीधे ही कचरे मे ना डाले, ये भी आग का कारण हो सकते है ।
- आग लगने पर तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचित करे और दूसरों की मदद करे ।
दिवाली और प्रदूषण
यह सही है की दिवाली पर प्रदूषण का स्तर बहुत बढ़ जाता है खासकर metro cities मे । तो सरकार और court के आदेशो का पालन करे और अच्छे नागरिक बने । हमेशा कम प्रदूषण वाले पटाखो या इको फ्रेंडली पटाखो का इस्तेमाल करे । यह त्यौहार हमारा है तो यह देश भी हमारा है । हमे अपने त्यौहार को खुशी के साथ मनाते हुए देश के पर्यावरण का भी ध्यान रखना चाहिए । दीवाली के बाद सड़क पर बहुत गंदगी हो जाती है इसको साफ रखे और सरकार द्वारा हमारे आसपास की सफाई के लिए नियुक्त किए गए लोगो को भी सहयोग करे । उन लोगो का भी ध्यान रखे जिन्हे प्रदूषण से परेशानी होती हो । इस प्रकार के लोगो का भी ध्यान रखना हमारी जवाबदारी है ।
सोशल जागरूकता
दिवाली सिर्फ मौज मस्ती का त्यौहार नहीं ही नहीं है बल्कि इसके और भी संदेश है । जैसा आपको पहले ही बताया की दिवाली पर जन मानस घर की साफ सफाई करते है , नए कपड़े पहनते है , एक दूसरे को बधाई देते है और खुशियाँ मनाते है । इसी प्रकार हमारी सामाजिक ज़िम्मेदारी भी है जो हमे एक जिम्मेदार नागरिक होने से निभानी चाहिए । ऐसे ही कुछ सुझाव है जो हमे ज़िम्मेदारी से निभानी चाहिए और यह दिवाली सभी के लिए यादगार और खुशनुमा बनानी चाहिए ।
- हमेशा घर की सफाई करते समय कोशिश करे की दूसरे या आपके पड़ोसी की इससे परेशानी ना हो । अगर किसी वजह से उनको परेशानी हो तो या तो उनको पहले ही इस बारे मे बतादे या बाद मे उनको हुई तकलीफ के लिए माफी मांगे ।
- यह सही है की दिवाली हिन्दुओ का त्योहार है पर इसका ये मतलब बिलकुल नहीं की दूसरे धर्म के हमारे पड़ोसी इससे अपने आप को अलग रखे । कोशिश करे की उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए उन्हे भी इस खुशी मे शामिल करे ।
- आपके आसपास काम करने वाले गरीब लोगो को तोहफे और मिठाई जरूर दे । हो सकता है ये छोटा सा contribution उनके और उनके परिवार के लिए बहुत बड़ा हो । (जी हाँ, आप मिठाई दे सकते है क्यूंकी वो लोग रोजाना मिठाई नहीं खाते है और कभी कभी छोटी छोटी खुशियों का कोई मूल्य नहीं होता ।
- अगर बहुत जरूरी ना हो तो अपने पास काम करने वालों को बोनस या extra छुट्टी दे । इससे उन्हे खुशियाँ भी मिलेगी और उनका भरोसा आप के ऊपर और बढ़ेगा ।
- हमेशा पालतू और सड़क पर रहने वाले जानवरो का भी ध्यान रखे । इस शोर शराबे मे जानवरों को बहुत तकलीफ होती है और सड़क पर रहने वाले जानवरो को तो उस दिन खाना भी नहीं मिल पाता है । अगर आप ऐसे किसी जानवर को देखते है तो उसे खाना पानी दे और उसके आस पास पटाखे ना चलाये । पालतू जानवरो को फिर शोर से दिक्कत होती है । उन्हे भी शोर शराबे से दूर रखे ।
- घर या पड़ोस के बुजुर्ग व्यक्ति के लिए भी ये त्योहार है । उनका आदर करे उन्हे मिले, उन्हे दिवाली की मुबारकबाद दे और साथ ही ध्यान रखे की बहुत ज्यादा शोर या pollution से उनको तकलीफ ना हो । वो आपको हमेशा दुवाए देंगे ।
- अगर किसी से नाराज हो या बातचीत न होती हो तो यह उत्सव बिलकुल सही है समय है अपने गीले शिकवे मिटाने के लिए । अगर आप गलत है तो माफी मांगे और अगर सामने वाला गलत है तो उनको माफ करदे ।
- बहुत ज्यादा देर रात तक आतिशबाज़ी ना करे इससे लोगो को तकलीफ होती है ।
- पेड़ो या आस पास के जंगलो मे रहने वाले पक्षी इस प्रदूषण और आवाज से बहुत परेशान होते है जो की हमे शायाद दिखाई भी नहीं देते । आप उनके लिए सीधे तौर कुछ भी नहीं कर सकते हो, पर प्रदूषण और आवाज को कम करके आप उनकी मदद कर सकते है ।

दिवाली पर हेल्दी स्नैक्स
1. बेक्ड मठरी
सामग्री:
- 1 कप गेहूं का आटा
- 2 बड़े चम्मच सूजी
- 1/2 छोटा चम्मच अजवाइन
- 1/2 छोटा चम्मच नमक
- 2 बड़े चम्मच घी के
- पानी आटा गूंथने के लिए जरूरत के मुताबिक
बनाने की विधि:
- एक बर्तन में आटा, सूजी, अजवाइन और नमक मिलाएं और इसमें घी डालकर अच्छी तरह मिक्स कर ले ।
- अब थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए आटा गूंथ लें। इसे 10-15 मिनट के लिए ढककर रख दें।
- अब इस आटे को छोटे-छोटे गोले बनाकर बेल लें और कांटे की मदद से मठरियों मे छेद कर दें ।
- अब इन्हें पहले से गरम किए हुए ओवन में 180 डिग्री सेल्सियस पर 15-20 मिनट तक बेक करें तब तक ये सुनहरे भूरे हो जाएं तो निकाल ले ।
- तैयार बेक्ड मठरियों को ठंडा करके एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें।
2. मूंग दाल चिल्ला
सामग्री:
- 1 कप मूंग दाल (धुली हुई)
- 1 हरी मिर्च
- 1 इंच अदरक का टुकड़ा
- थोड़ा हरा धनिया
- नमक स्वादानुसार
- 1/4 छोटा चम्मच हल्दी
- तेल (स्नैक्स को पकाने के लिए)
बनाने की विधि:
- मूंग दाल को 3-4 घंटे के लिए पानी में भिगो दें।
- भीगी हुई दाल को मिक्सी में हरी मिर्च, अदरक और थोड़ा पानी डालकर पीस लें।
- इस पेस्ट में नमक, हल्दी और हरा धनिया मिलाएं।
- तवे को गरम करें और थोड़ा तेल डालें। अब दाल के पेस्ट से पतले चिल्ले (पैनकेक) बनाएं।
- दोनों तरफ से सुनहरा होने तक सेकें। इसे धनिया चटनी या टमाटर की चटनी के साथ परोसें।
3. बेक्ड समोसा
सामग्री:
- 1 कप गेहूं का आटा
- 2 बड़े चम्मच सूजी
- 2 बड़े चम्मच घी
- नमक स्वादानुसार
- 1 कप उबले हुए आलू
- 1/2 कप उबली हुई मटर
- 1 छोटा चम्मच जीरा
- 1 छोटा चम्मच धनिया पाउडर
- 1/2 छोटा चम्मच गरम मसाला
- 1/2 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- तेल हल्का सा ग्रीसिंग के लिए
बनाने की विधि:
- गेहूं का आटा, सूजी और नमक मिलाकर घी डालें और मुलायम आटा गूंथ लें। इसे किसी बर्तन मे ढककर 20 मिनट के लिए रखें।
- अब एक कढ़ाई में थोड़ा सा तेल गरम करें और जीरा भूनें। अब इसमें उबले हुए आलू, मटर, धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, और गरम मसाला डालें और इन्हे अच्छी तरह मिलाएं।
- अब आटे से छोटी-छोटी लोइयां बनाएं और इन्हें बेल लें। एक बेली हुई पूरी को आधे में काट कर उसमें स्टफिंग भरें।
- किनारों को अच्छी तरह बंद करके समोसे के जैसा आकार दें।
- अब इन समोसों को पहले से गरम किए हुए ओवन में 180 डिग्री सेल्सियस पर 25-30 मिनट तक बेक कर ले, जब ये सुनहरे और कुरकुरे हो जाएं तो निकाल कर बंद डब्बे मे रखे या गरम गरम खाएं ।
4. मखाना चाट
सामग्री:
- 2 कप मखाना (फूल मखाने)
- 1/2 कप मूंगफली
- 1 छोटा चम्मच घी
- 1/2 छोटा चम्मच चाट मसाला
- 1/2 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- हरा धनिया (सजावट के लिए)
- नींबू का रस (स्वादानुसार)
बनाने की विधि:
- एक कढ़ाई में घी गरम करें और उसमें मखानों को हल्का गरम होने तक भून लें जब तक वे कुरकुरे न हो जाएं।
- अब मूंगफली को भी अलग से भून लें।
- अब एक बर्तन में मखाने, मूंगफली, चाट मसाला, लाल मिर्च पाउडर दाल कर अच्छी तरह मिलाएं।
- और इस चाट पर नींबू का रस और हरा धनिया डालकर तुरंत परोसें।
5. ओट्स और गुड़ के लड्डू
सामग्री:
- 1 कप ओट्स
- 1/2 कप गुड़ (कद्दूकस किया हुआ)
- 1/4 कप पिसा हुआ सूखा नारियल
- 2 बड़े चम्मच घी
- 1/2 छोटा चम्मच इलायची पाउडर
- 2 बड़े चम्मच बादाम और काजू (कटे हुए)
बनाने की विधि:
- एक कढ़ाई में ओट्स को बिना तेल या घी के सूखा भून लें और तब तक भुने जब तक कि वे हल्के सुनहरे न हो जाएं।
- अब एक दूसरी कढ़ाई में घी गरम करें और इसमें गुड़ डालकर पिघला लें।
- गुड़ पिघलने के बाद इसमें भुने हुए ओट्स, नारियल, बादाम, काजू, और इलायची पाउडर डालें और अच्छी तरह मिलाएँ।
- इसको हल्का ठंडा होने दें और फिर छोटे-छोटे लड्डू बना लें। इन्हें ठंडा करके एयरटाइट डिब्बे में स्टोर करें।
6. स्मूदी बाउल
सामग्री:
- 1 कप दही
- 1 केला
- 1/2 कप बेरीज़ (स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी)
- 1/4 कप ओट्स
- 1 बड़ा चम्मच शहद
- थोड़े कटे हुए नट्स (बादाम, काजू)
- 1 चम्मच चिया सीड्स
बनाने की विधि:
- एक ब्लेंडर में दही, केला, बेरीज़, और शहद डालें और इसे अच्छी तरह ब्लेंड कर लें।
- अब इस मिश्रण को एक बाउल में डालें और ऊपर से ओट्स, नट्स, और चिया सीड्स डालें।
- इसे ठंडा ही परोसें। यह पौष्टिक और ताजगी से भरपूर स्नैक है।
इसके अलावा आप घर पर हेल्दी ड्रिंक्स भी पीला सकते है जिन्हे घर पर बड़े ही आसानी से बना सकते है और ये सेहत के लिय भी बड़े फायदेमंद है । इन्हे बनाने की रेसिपी भी आप यहाँ से देख सकते है ।
दिवाली पर हेल्दी मिठाइयाँ

1. खजूर और नट्स के लड्डू
सामग्री:
- 1 कप खजूर (बीज निकाले हुए)
- 1/4 कप बादाम
- 1/4 कप काजू
- 1/4 कप पिस्ता
- 2 बड़े चम्मच सूखा नारियल (कद्दूकस किया हुआ)
- 1 छोटा चम्मच घी
बनाने की विधि:
- खजूर को बारीक काट लें या ग्राइंडर में दरदरा पीस लें।
- एक पैन में घी गरम करें और उसमें खजूर डालकर हल्का सा भूनें ताकि वह मुलायम हो जाए।
- दूसरी तरफ, बादाम, काजू और पिस्ता को हल्का सा भून लें और दरदरा पीस लें।
- खजूर और पिसे हुए नट्स को मिलाएँ और अच्छी तरह मिक्स करें। इस मिश्रण को थोड़ा ठंडा होने दें।
- छोटे-छोटे लड्डू बना लें और ऊपर से सूखा नारियल छिड़क दें।
- लड्डू तैयार हैं, इन्हें एयरटाइट डिब्बे में स्टोर करें और जरूरत अनुसार परोसें।
2. गुड़ और तिल की बर्फी
सामग्री:
- 1 कप तिल (सफेद तिल)
- 1/2 कप गुड़ (कद्दूकस किया हुआ)
- 1/4 कप पानी
- 1 बड़ा चम्मच घी
- 1/4 छोटा चम्मच इलायची पाउडर
बनाने की विधि:
- सबसे पहले तिल को सूखा भून लें जब तक वह हल्के सुनहरे रंग का न हो जाए।
- एक कढ़ाई में घी गरम करें और उसमें गुड़ और पानी डालें। इसे धीमी आँच पर तब तक पकाएँ जब तक गुड़ पूरी तरह से पिघल न जाए और गाढ़ा न हो जाए।
- अब इसमें भूने हुए तिल और इलायची पाउडर डालें और अच्छी तरह मिलाएँ।
- एक चिकनी प्लेट में इस मिश्रण को फैलाएं और ठंडा होने दें।
- ठंडा होने पर इसे छोटे-छोटे चौकोर टुकड़ों में काट लें। आपकी तिल-गुड़ की हेल्दी बर्फी तैयार है।
3. ओट्स और गुड़ के लड्डू
सामग्री:
- 1 कप ओट्स
- 1/2 कप गुड़ (कद्दूकस किया हुआ)
- 2 बड़े चम्मच घी
- 1/4 कप पिसा हुआ सूखा नारियल
- 1/2 छोटा चम्मच इलायची पाउडर
- 2 बड़े चम्मच कटे हुए बादाम और काजू
बनाने की विधि:
- ओट्स को सूखा भून लें जब तक कि वे हल्के सुनहरे न हो जाएं।
- एक कढ़ाई में घी गरम करें और उसमें गुड़ डालें। इसे धीमी आंच पर पिघलने दें।
- गुड़ पिघलने के बाद, इसमें भूने हुए ओट्स, सूखा नारियल, इलायची पाउडर, और कटे हुए बादाम और काजू डालें। अच्छी तरह से मिलाएँ।
- इस मिश्रण को थोड़ा ठंडा होने दें और फिर छोटे-छोटे लड्डू बना लें। इन्हें एयरटाइट डिब्बे में स्टोर करें।
4. बेसन की हेल्दी बर्फी (कम घी और शुगर)
सामग्री:
- 1 कप बेसन
- 1/4 कप घी
- 1/2 कप शहद (चीनी की जगह)
- 1/4 कप सूखा नारियल (कद्दूकस किया हुआ)
- 1/2 छोटा चम्मच इलायची पाउडर
- 2 बड़े चम्मच कटे हुए बादाम और पिस्ता
बनाने की विधि:
- एक कढ़ाई में घी गरम करें और उसमें बेसन डालें। बेसन को धीमी आँच पर तब तक भूनें जब तक उसका रंग हल्का सुनहरा न हो जाए और उसमें से अच्छी खुशबू आने लगे।
- अब इसमें कद्दूकस किया हुआ नारियल डालें और अच्छी तरह मिलाएँ।
- शहद और इलायची पाउडर डालकर इसे अच्छी तरह मिक्स करें और धीमी आंच पर थोड़ी देर पकाएं।
- मिश्रण को चिकनी प्लेट में फैलाएं और ऊपर से कटे हुए बादाम और पिस्ता छिड़क दें।
- ठंडा होने के बाद इसे चौकोर टुकड़ों में काट लें। यह बर्फी स्वादिष्ट और सेहतमंद होती है।
5. रागी हलवा
सामग्री:
- 1 कप रागी का आटा
- 1/2 कप गुड़
- 2 बड़े चम्मच घी
- 2 कप पानी या दूध
- 1/2 छोटा चम्मच इलायची पाउडर
- 2 बड़े चम्मच कटे हुए बादाम और काजू
बनाने की विधि:
- एक पैन में घी गरम करें और उसमें रागी का आटा डालकर धीमी आँच पर भूनें जब तक वह सुनहरा न हो जाए।
- अब इसमें पानी या दूध डालें और लगातार चलाते रहें ताकि गांठें न बनें।
- जब मिश्रण गाढ़ा हो जाए, तब इसमें गुड़ और इलायची पाउडर डालें। इसे अच्छी तरह मिक्स करें।
- जब हलवा पूरी तरह से पक जाए, तो इसमें कटे हुए बादाम और काजू डालें। गरमागरम परोसें।
6. लो-फैट पनीर गुलाब जामुन
सामग्री:
- 1 कप लो-फैट पनीर (कसा हुआ)
- 1/4 कप गेहूं का आटा
- 1/4 कप गुड़ का चाशनी
- 1/2 छोटा चम्मच इलायची पाउडर
- 1 चुटकी बेकिंग पाउडर
- तेल (हल्का तलने के लिए)
बनाने की विधि:
- कसा हुआ पनीर, गेहूं का आटा, बेकिंग पाउडर, और इलायची पाउडर मिलाकर मुलायम आटा गूंथ लें।
- छोटे-छोटे गोल गोले बनाएं और उन्हें हल्के तेल में सुनहरा होने तक तल लें।
- गुड़ की चाशनी में इन तले हुए गुलाब जामुन को डालें और कुछ देर के लिए भिगोने दें।
- स्वादिष्ट और हल्के गुलाब जामुन तैयार हैं।
निष्कर्ष:
दीवाली का असली आनंद तभी आता है जब इसे सुरक्षित तरीके और जिम्मेदारी से मनाया जाए। दुर्घटना के हो जाने पर त्योहार एक बुरी याद मे बादल सकता है । जब हम सुरक्षित दीवाली मनाते हैं, तब ही हम अपने और अपने प्रियजनों के साथ इस पर्व की सच्ची खुशियों का आनंद ले सकते हैं। तो ऊपर बताई बाटो का ध्यान रखे । सभी गीले शिकवे मिटा कर दिवाली को सभी के साथ मनाए । अपनी और दूसरों की सेहत का ध्यान रखे । Happy Diwali ।